धन बल विद्या
धन बल विद्या पाय कर नहिं करियो अभिमान। नाश करैं करतार मद मेंट देंय अरमान।।…
Read Moreधन बल विद्या पाय कर नहिं करियो अभिमान। नाश करैं करतार मद मेंट देंय अरमान।।…
Read Moreईश जीव में भेद यह जिव माया लपटान। माया ईश न मोहई मायापति भगवान।। 1…
Read Moreद्यूत पाप का बाप है माता लालच जान। बंश दंभ छल तस्करी झूठ कपट अभिमान।।…
Read Moreहरिद्वार काशी गया बद्रीनाथ केदार। कैलाश अवध अरु द्वारका प्रयागराज सरदार।। प्रयागराज सरदार श्रेष्ठ अति…
Read Moreसुंदर शिक्षा ज्ञानहित रच्यो ज्ञान प्रकाश। पढ़ि है बालक युवक वृद्ध होय तिमिर का नाश।।…
Read More